संभल का शिक्षा की ज्योति बनी बाल विद्या मंदिर प्रबंधक हरीश गर्ग है इसके स्तंभ…. डीएम मनीष बंसल संभल
विद्यालय प्रबंधक हरिश चंद्र गर्ग ने बताया कि छात्रों के प्रयासों की सराहना के लिए उन्हें ₹4 लाख से अधिक छात्रवृत्ति, उपहार और नकद पुरस्कार दिए जा रहे
सम्भल के बाल विद्या मंदिर में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन
सम्भल जिले के प्रतिष्ठित बाल विद्या मंदिर स्कूल में कक्षा 10वीं और 12वीं के सीबीएसई बोर्ड परीक्षा परिणाम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों के सम्मान में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी सम्भल मनीष बंसल थे, जबकि विशिष्ट अतिथि विनय कुमार मिश्रा एसडीएम संभल रहे। समारोह में कक्षा 12वीं विज्ञान और वाणिज्य वर्ग के टॉपर्स को विद्यालय प्रबंधन की ओर से प्रशंसा के तौर पर टैबलेट प्रदान किए गए।
साथ ही सत्र 2023-24 में कक्षा 9वीं, 10वीं और 11वीं के टॉपरों को ₹12000 और ₹8000 प्रति वर्ष की छात्रवृत्ति प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य मनीष पंवार ने बताया कि इस वर्ष सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों जैसे खेल, कला और संगीत, प्रौद्योगिकी, नवाचार आदि में छात्रों के प्रयासों को सम्मानित करने के लिए एक नई छात्रवृत्ति शुरू की गई है। यह कदम नई शिक्षा नीति 2020 के तहत छात्रों के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए उठाया जा रहा है। जिलाधिकारी मनीष बंसल ने छात्रों की उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए विद्यालय प्रबंधन के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने यशवर्धन पंवार और मोहम्मद हसन को भारत सरकार के स्कूल ऑफ इनोवेशन सेल की पहल के तहत दृष्टिबाधित लोगों के लिए एक प्रोटोटाइप EUBK (Electronic Universal Blind Keyboard) बनाने के लिए बधाई दी।
एसडीम विनय कुमार मिश्रा ने बाल विद्या मंदिर के शिक्षा के मानकों को ऊंचा उठाने की पहल और प्रयासों को सराहा। उन्होंने बल दिया कि बाल विद्या मंदिर अन्य स्कूलों के लिए शिक्षण और सीखने के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करने वाले आदर्श विद्यालय के रूप में खड़ा है। टॉपरों के माता-पिता ने स्कूल में विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने पर अपनी संतुष्टि व्यक्त की। उन्होंने बताया कि स्कूल सिर्फ शिक्षा के अलावा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करके छात्रों के व्यक्तित्व को निखारने में कैसा सहयोग करता है।
विद्यालय प्रबंधक हरिश चंद्र गर्ग ने बताया कि छात्रों के प्रयासों की सराहना के लिए उन्हें ₹4 लाख से अधिक छात्रवृत्ति, उपहार और नकद पुरस्कार दिए जा रहे हैं। उन्होंने शानदार परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रधानाचार्य और शिक्षकों के प्रयासों की सराहना की।