संभल डॉ मुजम्मिल दानिश
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यूपी क़े जनपद संभल क़े *जिलाधिकारीराजेंद्र पैसिया आजकल लगातार सोशल मीडिया पर चर्चाओं में है अभी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आ रही है जहां पर ज़मीन पर बैठकर बच्चों के साथ ली शिक्षा.. सोशल मीडिया पर वायरल लगातार सोशल मीडिया पर चर्चाओं में है….
… इससे पहले भी दम राजेंद्र पैसे एक विद्यालय पहुंचे थे जहां पर उन्होंने.
.संभल के कंपोजिट विद्यालय में औचक निरीक्षण पर पहुंचे डीएम ने सभी शिक्षकों का मोबाइल फोन चेक किया। पता चला कि शिक्षक प्रेम गोयल ने ड्यूटी ने दौरान करीब ढाई घंटे मोबाइल फोन का प्रयोग किया। एक घंटे 17 मिनट तक वह ऑनलाइन गेम खेलते रहे। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी समय बिताया।जहाँपर स्कूल में 1 घंटे कैंडी क्रश खेला, 17 मिनट FB… गुस्साए DM ने किया सस्पेंड…
. अब जिस तरह से तस्वीर सामने आ रही है वह चर्चाओं का विषय और तारीफ की लायक बनी है लगातार शिक्षा को सुधारने के लिए डीएम कोशिश कर रहे हैं और जिस तरह से गुणवत्ता दिखाई दे रही है वह तारीफ के लायक है
दरअसल जनपद संभल के आटा के कम्पोजिट विद्यालय में पहुंचकर एक शिक्षक की भूमिका निभाते हुए बच्चों को पढाया पाठ*
*जिलाधिकारी ने भूकंप के विषय में दी बच्चों को जानकारी*
*जिलाधिकारी ने बच्चों के साथ कक्षा में बैठकर बच्चों की पढ़ाई की गुणवत्ता को परखा*
जिलाधिकारी डॉ राजेंद्र पैंसिया ने कंपोजिट विद्यालय आटा का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कक्षाओं में जाकर बच्चों से पढ़ाई के बारे में जानकारी प्राप्त की एवं पढाई की गुणवत्ता को परखा।जिलाधिकारी ने एक शिक्षक की भूमिका निभाते हुए बच्चों को भूकंप के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी तथा अंग्रेजी भाषा की कविता को आसान भाषा में बच्चों को समझाया
………डीएम राजेंद्र पसिया क्योंकि आईएएस बनने से पहले शिक्षक थे इसलिए अभी उनके अंदर शिक्षा का जिन जाग चुका और बच्चों को जो भी उनकी गुणवत्ता थी वह अध्यापक और बच्चों को दी गई…. अचानक विद्यालय की पाठशाला में अचानक पहुँचे । बच्चों के पठन-पाठन, शिक्षा की बच्चे में भूकंप से कैसे होती है जररूत है शिक्षा के माध्यम से उज्ज्वल भविष्य का निर्माण किया जा सकता हैं, इसलिए बच्चों की शिक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें अन्यथा कार्रवाई के तैयार रहें। डीएम ने स्वयं बच्चों से प्रश्न पूछा और फिर ब्लैक बोर्ड पर लिखकर उत्तर को समझाया। फर्श पर खुद बच्चों के साथ बैठकर बच्चों की हौसला हो जाएगी और जो लगातार क्लास में बच्चों की तरह तालियां बजाते हुए नजर आए
प्रधानाध्यापिकाओ से शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, बच्चों की उपस्थिति का प्रतिशत बढ़ाने, बच्चों का नामांकन कराने, बच्चों को मेन्यू के अनुसार भोजन देने, भोजन सामग्री के लिए प्राप्ति रजिस्टर बनाने के निर्देश दिए बच्चों से कहा कि अपने अंदर ज्ञान का भंडार भरें जिससे प्रत्येक विषय में दक्षता प्राप्त हो सके।
जैसे जानकारी मिली है उसके आधार पर जिलाधिकारी ने बच्चों की कक्षा में बैठकर बच्चों के साथ बच्चों की पढ़ाई की गुणवत्ता को भी परखा
साइंस लैब का भी जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया और उन्होंने बच्चों से वार्ता की उन्होंने कहा कि अच्छा ज्ञान ही आपको अच्छा रास्ता दिखा सकता है। जिलाधिकारी..