प्रधानाचार्यमनीष पंवार ओर सम्मानित शिक्षिकाओं ने बाल विद्या मंदिर, सम्भल का किया नाम रोशन
आज सम्मानित जो सम्मान मिला है वह सम्मान के लायक है लेकिन साथ में मैं यह कहना चाहूंगा कि आज जिस तरह से विद्यालय के मनीष पवार.. उनकी टीम ने साबित कर दिया..मेरी नज़र मे निष्कर्षों ने संकेत दिया कि अच्छे शिक्षक उत्साही, मिलनसार, सहज, शिक्षार्थियों के साथ तालमेल विकसित करने में सक्षम, अपने छात्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध, मिलनसार, शिक्षार्थियों में लोगों के रूप में रुचि रखने वाले और रोल मॉडल के रूप में अपनी स्थिति के प्रति हमेशा सचेत होते हैं।
विद्यालय के सभी छात्रों के साथ-साथ प्रधानाचार्य मैनेजमेंट में यह सारे गुण दिखाई दे रहे हैंएक अच्छा शिक्षक है जो समाज की सभी मजबूरी से मुक्त हो। असाइनमेंट,परीक्षा, खेल, पाठ, प्रदर्शन आदि के उचित पाठ्यक्रम में ज्ञान को ठीक ढंग से प्रदान करना हैं। वह अनुप्रयोग-उन्मुख शिक्षण भी करने में सक्षम रखते है
मैं इस महोबा पूरे स्टाफ को मुबारकबाद पेश करता हूं साथ में ही कहना चाहूंगा कि
शिक्षकों के अदिवतीय योगदान को पहचानना व सराहना है। यह पुरस्कार ऐसे होनहार तथा कर्त्तव्यनिष्ठ शिक्षकों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता और परिश्रम के माध्यम से न केवल स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध बनाया है।
बाल विद्या मंदिर, सम्भल की शिक्षिकाओं ने देश भर में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। हाल ही में आयोजित ATMANIRBHAR DIGITAL BHARAT SUMMIT 2024 में, श्रीमती नेहा मलैय और श्रीमती नमिता कपूर को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष मंत्री दया शंकर मिश्रा दयालु द्वारा प्रदान किया गया
। पुरस्कार समारोह में भारत के 21 राज्यों के प्रधानाचार्य और शिक्षक उपस्थित थे। सीईडी इंडिया फाउंडेशन ने भारत के 100 शिक्षकों को सम्मानित किया।
स्कूल के प्रधानाचार्य मनीष पंवार ने इस मंच पर शिक्षा में Digital Technology को एकीकृत करने के अपने दृष्टिकोण को साझा किया। उन्होंने शिक्षकों और छात्रों के बीच डिजिटल अंतराल पर प्रकाश डाला और शिक्षकों के सीखने के दृष्टिकोण पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में नवीनतम तकनीकी उपकरणों के अनुकूलन पर भी बल दिया।
श्रीमती नेहा मलैय कक्षा IX और X में सामाजिक विज्ञान पढ़ाती हैं और IX-X की Coordinator भी हैं। वे स्कूल की Cultural Coordinator हैं और स्कूल के अंदर और बाहर सभी सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए जिम्मेदार हैं। शिक्षण के अलावा, वे सम्भल की विभिन्न परोपकारी गतिविधियों में शामिल हैं। श्रीमती नविता कपूर कक्षा VI से VIII तक अंग्रेजी पढ़ाती हैं और III-VIII की Coordinator हैं। वे स्कूल की संपादकीय टीम की सदस्य हैं और स्कूल की वार्षिक पत्रिका के लिए जिम्मेदार हैं। वे Club Coordinator भी हैं और सभी 18 क्लबों की गतिविधियों की निगरानी करती हैं।
प्रबंधक हरीश गर्ग और प्रधानाचार्य मनीष पंवार ने दोनों शिक्षकों को उनकी विशिष्ट उपलब्धियों के लिए बधाई दी
उन्हें पूर्ण समर्पण के साथ निरंतर कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।
बाल विद्या के इस मंदिर में शिक्षकों ने यह यह बात पक्की कर दी कि शिक्षक वह स्तंभ है जो रोशनी दिखाकर हजार चिराग जलते हैं
डॉ मुजम्मिल दानिश
शिक्षक वे लोग होते हैं जो ऐसे काम शुरू करते हैं जिन्हें वे कभी पूरा होते नहीं देखते, और जिनके लिए उन्हें तब तक धन्यवाद नहीं मिलता जब तक बहुत देर न हो जाए।
― मैक्स फोरमैन
शिक्षक, जो बच्चों को शिक्षित करते हैं, माता-पिता से अधिक सम्मान के पात्र हैं, जिन्होंने केवल उन्हें जन्म दिया; क्योंकि जन्मदाता ने केवल जीवन प्रदान किया, जबकि जन्मदाता ने अच्छा जीवन सुनिश्चित किया।
― अरस्तू
एक शिक्षक के लिए अपने बच्चे की सफलता देखने से अधिक खुशी और क्या हो सकती है?
― मिशेल एल. ग्राहम
एक शिक्षक अनंत काल तक प्रभाव डालता है; वह कभी नहीं बता सकता कि उसका प्रभाव कहां समाप्त होता है।
― हेनरी बी. एडम्स
शिक्षण में आप एक दिन के काम का फल नहीं देख सकते। यह अदृश्य है और शायद बीस साल तक ऐसा ही रहता है।
― जैक्स बार्ज़ुन
जीवन का सबसे बड़ा उपयोग उसे किसी ऐसी चीज़ के लिए खर्च करना है जो उससे अधिक समय तक टिके।
― विलियम जेम्स